भारत में महिला शिक्षा के सरकारी एवं निजी प्रयास : एक अध्ययन

Author(s): Yashoda Meghwal

Publication #: 2302012

Date of Publication: 13.04.2023

Country: India

Pages: 1-5

Published In: Volume 9 Issue 2 April-2023

Abstract

भारतीय समाज में लम्बे समय से लिंग आधारित भेदभाव रहे है और इस कारण लड़कियों की स्थिति निम्न दर्जे की रही है। इसका परिणाम है कि भारतीय संविधान मंें समानता के सिद्धान्त को सम्मिलित किया गया और राज्य व केन्द्रसरकारों द्वारा जंेडर विभेदीकरण का सामना करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चलाये गये। समय≤ परगठित समितियों और आयोगो ने भी विभिन्न क्षैत्रों में हो रहे जेंडर (लिंग) विभेदीकरण की ओर ध्यान आकर्षितकर उनके उन्मूलन के लिए सुझाव दिए तथा इस बात के महत्व को स्वीकार किया गया कि यदि महिला शिक्षाको सही दिषा नहीं मिलेगी तो समाज में व्याप्त लिंग भेद की समस्या का समाधान करना कठिन ही नहीं असंभवहोगा तथा महिलाओं का सर्वागींण विकास नहीं हो पायेगा। भारतीय संविधान में महिला शिक्षा के संवैधानिक प्रावधान इस प्रकार है।समाज में व्याप्त जंेडर (लिंग) आधारित भेदभावों और लडकियों व महिलाओं की शिक्षा तथा उनके सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुये इस दिशा में किए गए सवैधानिक प्रावधानों, विभिन्न नीतियों, आयोगोंऔर समितियों द्वारा पहचाने गए मुद्दों पर समय≤ पर समाज ध्यान आकर्षित किया गया है।

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